BAAP BETI CHUT CHUDAI CAN BE FUN FOR ANYONE

Baap beti chut chudai Can Be Fun For Anyone

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मैं राजेश्वर जी से चुदाई के लिए पागल हो गई थी। पढ़िए कैसे मैंने उनको चुदाई के लिए कहा, और फिर उनके लंड से रंडी जैसे अपनी सूजी हुई चूत चुदवाई।

Mere papa meri gaand maarna chaahte the, lekin maine mana kar diya. Jaaniye kaise unhone dhokhe se mujhe lavatory mein bula kar choda.

मैं मानसी के कमरे में गया। मानसी लेटी हुई थी। मैंने मानसी से पूछा, “क्या बात है मानसी? तबीयत तो ठीक है”?

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मैं उसकी गांड के छेद को अपनी जीभ से पूरा चाट चाट कर साफ़ कर देता हूं हम हम अपनी बेटी को सेक्स का वह मजा देना चाहते है वह जिंदगी भर ना भूलें।

ससुराल आने के बाद मेरी सास मेरा और अपने पोते का काफी ख्याल रखती। पति भी मुझसे रात को जमकर करते और मैं भी उनका पूरा साथ देती। वो मेरे लिए कुछ और शार्ट ड्रेस लाये थे। पर तब मैं काफी मोटी थी तो वो नहीं पहन सकती थी। पति मुझसे अलग अलग पोजीशन में … पूरी कहानी पढ़े

Meri mummy papa ko pasand nahi thi. Padhiye kaise unke colleagues ne mujhe unki biwi samjha, aur papa ne bhi mujhe biwi maan liya.

आलोक ने बताया, “कोइ एक साल पहले, एक रात मानसी मेरे पास आयी और मेरे पास बैठ गयी। मैं जाग रहा था। असल में मैं अपने मोबाइल पर चुदाई की फिल्म देख रहा था। मेरा लंड आधा खड़ा था। मैं लंड की मुट्ठ मारने की तैयारी में था। गनीमत थी की लंड पायजामे में ही था और कमरे नाईट बल्ब की हल्की रोशनी ही थी”।

मेरी चूत में इतना दर्द होने लगा था कि मै अपनी चूत को मसलने लगी थी और साथ में जोश से अपने चूची को भी दबा रही थी। मुझे दर्द तो बहुत हो रहा था लेकिन पहली चुदाई का मजा ही अलग होता है। दर्द के साथ मजा का जोड़ा कितना अच्छा लग रहा था।

विधवा माँ अपने बेटे से ही सम्बन्ध बनाने लगी

आखिर मानसी की अपनी सहेली स्नेहा के बॉयफ्रेंड के साथ चुदाई हो कैसे गयी, ये पढ़ेंगे आप इस कहानी के अगले भाग में।

पापा ने मेरे हाथ और पैर को खोल दिया, मेरे चूची को दबाते और पीते हुए मेरी कमर की ओर बढ़ने लगे। मै बहुत ही कामातुर हो रही थी, इसलिये मै अपने ही चुचियों को मीजने लगी। पापा ने मेरी सलवार के नारे को अपने दांतों से खोल दिया और मेरे सलवार को निकाल दिया। और मेरे काली पैंटी को निकाल कर उसको चाटने लगे। मैंने मन में सोचा कितने गंदे है पापा। पापा में मेरे पैंटी निकलने के बाद मेरे गोरे और चिकने जांघ को चटने लगे और धीरे धीरे मेरी चूत की तरफ बढ़ने लगे। मै तो जोश के कारण तड़प रही थी। पापा ने मेरे टांगो को फैला दिया और अपने मोटी और खुरदरी जीभ से मेरे चूत को चाटने लगे। पापा बार बार मेरे चूत के दाने को अपने जीभ से चाटते जिससे मै तडप कर सि़सकने लगती। लेकिन दोस्तों मजा भी आ रहा था। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।

मेरे बाप ने मुझसे कहा – अगर तू अपने आप प्यार से ये काम नही करेगी तो मै तुझे बांध दूँगा फिर तेरी चुदाई करूँगा। मैंने उनकी बात मानने से इंकार कर दी। मेरी बात सुन कर मेरे सौतेले पापा को गुस्सा आ गया। उन्होंने मेरे हाथ को पकड़ा और अपने लंड के ऊपर सहलाने लगे। मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था, मैंने जान कर उनके लंड को दबा दिया जिससे पापा के मुह से चीख निकाल पड़ी।

मैं अंजली की गांड में click here अपना लंड डालने की कोशिश करता हूं पर उसकी गांड टाइट होने के कारण मेरा आधे से कम लंड ही उसकी गांड में जाता है मैं थोड़ा सा और पुश करता हूं और आधा लंड उसकी गांड में डाल देता हूं।

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